पल.

पल ही ऎसा था कि हम इंकार ना कर पाए,
ना थी जिनके बिना जिंदगी मुनासिब,
छोड दिया साथ उन्होने और हम सवाल भी ना कर पाए ।

ऑंसू

ये ऑंसू भी कम्ब्ख्त अजीब परेशानी है,
खुशी और गम दोनो की निशानी है,
समझने वालॊ के लिए अनमोल है,
ना समझ को सिर्फ पानी है ।

दिवाने.

नजर झुकी तो पैमाने बने,
दिल टुटे तो मैखाने बने,
कुछ ना कुछ तो जरुर है आप मे,
युं ही नही हम आपके दिवाने बने ।