शेर जो मेरे नही, लेकिन मेरे दिल को छू गए. ऎसेही कुछ शेर आपके लिये.
छोटे से दिल में गम बहुत है, जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं, मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें, कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है.
हर कर्ज दोस्तीका अदा करेगा कौन,
जब हमही नही रहेंगे तो दोस्ती करेगा कौन,
ए खुदा मेरे दोस्तो को सलामत रखना,
वर्ना मेरे जीने की दुआ करेगा कौन ।