शेर जो मेरे नही, लेकिन मेरे दिल को छू गए. ऎसेही कुछ शेर आपके लिये.
जब कभी मोहब्बत करो हमसे ही करना,
दिलकी बात जुबॉंपर आये तो हमसे ही कहना,
ना कह सको तो वो प्यारी ऑंखे झुका लेना,
हम समझ जायेंगे तुम कुछना कहना ।
अहा...!अति सुंदर...सार्थक रचना...गागर में सागर भर दी आपने...लिखते रहिये...हमेशा दस्तक देते रहूँगा...
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