शिकवा.

हमे जिंदगी से कोई शिकवा नही,
कोई गिला नही की वो हमको मिला नही,
जिने के लिये उनकी यादो का सहारा बहोत है,
कोई गम नही जो वो दो कदम साथ चला नही।

शाम.

कभी इस तरह मेरे हमसफर,
सभी चाहते मेरे नाम कर,
अगर हो सके तो तु कभी,
मेरे नाम भी कोई शाम कर।

जुदाई.

जमाने से नही तो तनहाई से डरता हू,
प्यार से नही तो रुसवाई से डरता हूं,
मिलनेकी उमंग बहोत होती है दिलमें,
लेकिन मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरता हूं ।