चेहरा.

कभी तो अपना चेहरा छुपा लिया करो,
शर्माके कहीं चांद निकलनाही ही छोड दे !!!

राहत.

उनके आनेकि उम्मीद लगाए बैठे है,
देखो हम खुद को भुलाये बैठे है,
वो आए तो मिले दिल को राहत,
अंधेरेमे दिल को जलाए बैठे है ।

सवेरा.

सवेरा क्या हुआ सितारो को भूल गये,
सुरज क्या निकला चांद को भूल गये,
गुजरे क्या कुछ पल आपके बिना,
आपको लगा की हम आपको भूल गये ।