कितना बदल गया इंसान

गांव बदलकर शहर हो रहा हैं,
और इंसान बदलकर जहर हो रहा हैं...

कत्ल

मेरे क़त्ल की कोशिश तो  उनकी निगाहों ने की थी।

पर अदालत ने उन्हें हथियार मानने से इनकार कर दिया।।

जमीर

एक निंद हैं जों लोगों कों रात भर नहीं आती...

और एक जमीर है जो हर वक्त सोया रहता है !!