शेर जो मेरे नही, लेकिन मेरे दिल को छू गए. ऎसेही कुछ शेर आपके लिये.
किताब-ए-दिल का कोई सफा खाली नही होता, मेरे दोस्त वो भी पढ लेते है,जो लिखा नही होता.
छोटे से दिल में गम बहुत है, जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं, मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें, कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है.
जरा सा भी नही पिघलता दिल तुम्हारा,
इतना कीमती पत्थर कहाँ से खरीदा....